जस्बा मिटता नहीं शरीर के मिट जाने से अगर एहसास ही जिदंगी है तो मैं आज भी जिंदा हुं.यह शब्द बने है गढ़वाल राइफल के वीर जाबांज राइफल मैन जसवंत सिंह के लिए.1962 के भारत-चीन युद्ध में 72 घंटे तक सीमा पर अकेले चीनी सैनिकों से लोहा लेने वाले महावीर चक्र से सम्मानित जसवंत सिंह रावत आज भी अमर है.
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