जंगलो में लगी आग के बाद अब पौड़ी जनपद में पानी की किल्लत गहराती जा रही है. पेयजल स्रोत सूखने से लोगों को कई किलोमीटर पैदल चलकर पीने के पानी के लिए दौड़ लगानी पड़ रही है. आलम यह है कि हर साल होने वाली इस समस्या से निपटने के लिए विभाग के पास भी कोई ठोस रणनीति नहीं है.
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