ईटीवी और प्रदेश 18 वेबसाइट पर श्रमदान से बने सड़ का खबर प्रसारित होने के बाद न केवल गांव छोड़ चुके लोगों ने गांव का रूख किया है बल्कि हमारी ही खबर को देखकर उद्योगपति मोहन काला ने बची सड़क को पूरा करने का जिम्मा ले लिया है.
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